दोस्तों और आपको किसी भी विषय पर ब्लॉग लिखने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको इस विषय के बारे में काफी अच्छा अच्छा ज्ञान होना चाहिए
अगर अच्छा खासा नॉलेज नहीं है तो आप गूगल पर सर्च करके उस टॉपिक पर काफी सारा नॉलेज का करिए और जो आपको उसमें से बेस्ट लगता है उसको कॉपी करके उसके वर्ड इसको चेंज करिए ताकि उसका जो मीनिंग है वह चेंज ना हो
मेरे आर्टिकल लिखने का तरीका बिल्कुल अलग है मैं कभी भी किसी भी कंटेंट से कॉपी नहीं करता हूं मैं क्या करता हूं कि जैसे कि जो मेरा एक्सपीरियंस है उसके आधार पर ब्लॉक लिख देता हूं और मैं गूगल वॉइस टाइपिंग का उपयोग करके ब्लॉक को लिखता हूं जिससे मेरे मेरे ब्लॉग पर कॉपीराइट कंटेंट नहीं आता है और हंड्रेड परसेंट यूनीक कंटेंट होता है
अगर आप शुरुआत में ब्लॉक लिखना है लिखने जा रहे हैं तो आपको मैं नीचे कुछ चेक लिस्ट दिए दे रहा हूं और उन चॉकलेट के साथ सबका संक्षेप में विवरण भी दूंगा जिससे आपको कैसी हो करने में आसानी होगी और उस पार्टिकुलर टॉपिक को गूगल पर रैंक करने में मदद मिलेगी
सबसे पहले आपको जिस टॉपिक पर भी आप ब्लॉक लिखना चाहते हैं उसका परफेक्ट कीवर्ड सजेस्ट करना पड़ेगा उदाहरण के लिए बताना चाहूंगा कि अगर Kisi topic jaise ki Search Engine Optimisation ke bare mein likhna Chahte Hain To aapko uski word ko pushti ki kul Mein
bata raha hun ki tool batana hun Jahan per use word ke bare mein aap search kar sakte hain use per Kitna traffic aata hai use per cost per click kitna hai hai yah sab check kar sakte hain
Keetool.com
Ubersuggest.com
Google key planner
ऊपर दिए गए तो उसका उपयोग करके आप अपने कीबोर्ड को सेट कर सकते हैं
Blog के टाइटल को कैसे सेट करें
Blog ka title powerful negative amf positive sentiment Hona chahie Kyunki usko padhakar audience effect hoti hai aur aur aapke block per traffic Aata Hai
आर्टिकल जनरेट करने के लिए बहुत सारे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जिसके जरिए आप बहुत ही पावरफुल आर्टिकल का टाइटल जनरेट कर सकते हैं इनमें से कोई आर्टिकल जनरेटर के नाम मैं नीचे दे रहा हूं
Blog Title Generator
ऊपर दिए गए दोनों लिंक पर जाकर आप अपने ब्लॉक के लिए काफी अच्छा और पावरफुल सेंटीमेंट के साथ टाइटल जनरेट कर सकते हैं
How to check content is unique or not ?
jo bhi content aap likhane Ja Rahe Hain uski uniqueness check karna bahut jaruri hai. ऐसा इसलिए करना पड़ता है क्योंकि आज ब्लॉग लिखने के बाद जब इसे ऐडसेंस अप्रूवल लेंगे तो आपको कंटेंट की यूनिक्लास को चेक करना बहुत जरूरी है
यदि आपके कंटेंट कही से कॉपी किया हुआ है या फिर वह किसी दूसरी वेबसाइट पर उपलब्ध है तो आपका ब्लॉक मोनेटाइज नहीं होगा और आप मॉर्निंग नहीं कर पाएंगे
Kisi bhi block ki unique live score check karne ke liye Kuchh websites kar main neeche wale kar raha hun vahan per jakar aapane Jo block likha hai usko pura ka pura pest kar dijiye
ऊपर दिए गए दोनों वेबसाइट पर जाकर आप अपने कंटेंट को डुप्लीकेट है कि नहीं चेक कर सकते हैं अगर इस पर कोई भी कॉपी कंटेंट होता है तो यह वेबसाइट आपको वार्निंग दे देंगी और आप उतने पर्टिकुलर कंटेंट को हटाकर उसकी जगह दूसरा कंटेंट लिखकर उसकी डुप्लीकेसी को चेक कर सकते हैं
SEO checklist
Content structure-
जो भी आर्टिकल आप लिख रहे हैं उसका कंटेंट स्ट्रक्चर्स का मतलब है कि आर्टिकल में कुल वर्ड्स कितने हैं बहुत लोगों का मानना है या फिर कहा जाए कि बहुत सारे
SEO TOOLSजैसे कि RANK MATH and yoast SEO के अनुसार किसी भी आर्टिकल या ब्लॉक में कम से कम 600 वर्ड होने चाहिए मगर मैंने काफी रिसर्च की है और पता किया है कि 600 वर्ष से कम बर्ड यानी कि 400 से 600 के बीच भी होने पर भी काफी लोगों का ब्लॉग ऐडसेंस ने मोनेटाइजेशन के लिए अप्रूव किया है
मेरा मानना है कि जितने ज्यादा बर्ड होंगे फुल में हम की वर्ल्ड की जो डेंसिटी होती है वह भी ज्यादा होगी जिसकी वजह से सर्च इंजन में हमारे ब्लॉक को किसी पार्टिकुलर कीवर्ड्स के लिए रैन करने में मदद मिलेगी
KEYWORD palcement in Blog for SEO
Kisi bhi article Mein Jo Bhi keyword off select Karenge use keyword ka placement Sahi Jagah per karna Jaruri Hota Hai
Jo bhi aapane keyword set Kiya Hai vah Uska placement nimnalikhit jagahon per karna jaruri hai
1-आर्टिकल के टाइटल में
2- blog ke meta description mein
3-आर्टिकल के लिए जो भी पैरा लिंक होती है उसमे
4- आर्टिकल के जोक शुरू की चार पांच लाइनें हैं उनमें कीवर्ड डालना चाहिए
5- कीबोर्ड की डेंसिटी इस प्रकार प्लेस करना चाहिए कि प्रत्येक हंड्रेड वर्ड में एक bar keyword aana chahiye .
6- आर्टिकल में जितने भी इमेजेस होती हैं उसमें अल्टरनेटिव जो टैक्स होता है उसमें कीवर्ड का जिक्र होना जरूरी है
7- कीवर्ड कोH1,H2,H3,H4 हेडिंग्स में होना जरूरी है
outbund link in Blog for seo
एक्चुअली इंटरनेट बहुत सारी वेबसाइट ओं का एक जाल होता है जिसमें एक वेबसाइट से हम दूसरी वेबसाइट पर जा सके जिससे एक दूसरे से इंटरलिंक करने में सहायक होता हैगूगल के एल्गोरिदम फिर किसी संरचना पर आधारित होती है जिन वेबसाइटों के आर्टिकल्स में या ब्लॉक में ज्यादा से ज्यादा आउट बंडलिंग होती है गूगल का एल्गोरिदम या सर्च इंजन ऐसे आर्टिकल्स को रैंक करने में ज्यादा सक्षम होता है
मैं यहां पर एक लिंक एक एग्जांपल दे कर आपको बताऊंगा कि आउट बट लिंक क्या होता है
मान लो आप किसी फूड के बारे में आर्टिकल लिख रहे हैं तो उस फूड से रिलेटेड रेस्टोरेंट्स या उस फूड में लगने वाले इनग्रेडिएंट्स की वेबसाइट कॉलिंग अपने आर्टिकल में डाल सकते हैं यह वेबसाइट आपको आपके ब्लॉग या आर्टिकल से उनके वेब पेज में भेज देती है इन्हीं लिंक को आउटवार्ड लिंक्स कहते हैं
No follow & Do follow in SEO and blog –
नो फॉलो का मतलब है आउट वर्ड लिंक में जितनी भी आप लिंक को सेट करते हैं उनमें से जितने भी लिंक है उनको एडिट करने पर एक ऑप्शन आएगा तो फॉलो का और एक ऑप्शन आएगा do follow ya sponcered ka ye dono me se kisi ek ko set kar na padta haiRich content-
रिच कंटेंट का मतलब होता है कि एक ऐसा ब्राउज़र आर्टिकल लिखना जिसमें कम से कम 600 वर्ड हो और जो भी आर्टिकल आप लिख रहे हैं वह पहले से इंटरनेट पर मौजूद नहीं होना चाहिए मतलब कोई भी डुप्लीकेसी नहीं होना चाहिए ऐसे आर्टिकल को रिच आर्टिकल कहा जाता है इसके अलावा रिचा टिकल की कुछ खासियत होती हैजैसे कि रिचा टिकल में आप रिच मीडिया या वीडियोस भी अपलोड कर सकते हैं जिससे आर्टिकल विजुअली काफी अंडरस्टैंड हो जाता है फ्रिज कंटेंट की एक और खास बात यह होती है कि हमें इस कंटेंट को कुछ इस तरह से उसका स्ट्रक्चर बनाना होता है
ताकि वह यूजर फ्रेंडली हो और यूजर उसको बड़े आसानी से समझ सके उसकी रीडेबिलिटी बहुत ही आसान होनी चाहिए चाहे आप इसे किसी भी लैंग्वेज में क्यों ना लिखें इंग्लिश हिंदी या कोई भी लोकल लैंग्वेज
internal links in SEO and blog-
इंटरनल लिंक्स मोल्डिंग्स होती हैं जो कि आप की वेबसाइट पर पहले से मौजूद होती हैं पहले से मौजूद इन व्यवसाय वेब पेजों को आप अपने प्रजेंट वाले ब्लॉक में इंक्लूड करना जरूरी होता है
मेरे हिसाब से मैंने जो भी जानकारी ऊपर दी है वह सब किसी भी आर्टिकल या ब्लॉक हो गूगल में रैंक कराने के लिए काफी होती है जो लोग अभी अभी नए ब्लॉगिंग करना सीख रहे हैं उनके लिए यह सब कर लेने में ही काफी टाइम लग जाएगा यह सब सीखने में ही काफी टाइम लग जाएगा और इतना सीखने के बाद आप एडवांस एसईओ में जा सकते हैं
एडवांस एशिया में जब आप जाएंगे तो वहां पर आपको और भी एडवांस चीजें जैसे कि इस निपट इसके मा जनरेटर और भी बहुत सारे छोटी-छोटी चीजें जानने को मिलेगी जिसका उपयोग करके आप अपने ब्लॉक्स वेबसाइट फॉर गूगल में हाई रैंक पर ला सकते हैं
लास्ट में जाते-जाते आपको बताना चाहूंगा कि अगर आप हिंदी में ब्लॉगिंग करते हैं तो इसमें अभी एक कंपटीशन काफी काम है क्योंकि ज्यादातर ब्लॉक इंग्लिश में ही लिखे जा रहे हैं और काफी सारे लॉक कई सालों से पहले से ही इंटरनेट पर उपलब्ध है इसलिए हिंदी में ब्लॉगिंग करके आप अपने ब्लॉग या वेबसाइट को अच्छी खासी रेल करवा सकते हैं
किसी भी प्रकार की समस्या होने पर आप मुझसे कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं बाय बाय अभी चलता हूं फिर मिलेंगे