मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का पहला पियर का कार्य प्रारंभ हुआ

Modi की महत्वकांक्षी मुंबई अहमदाबाद, बुलेट ट्रेन परियोजना के काम में कोरोना की में पढ़ते हैं। रफ्तार पकड़ ली है बारिश के दौरान भी काम चालू 508 किलोमीटर लंबे इस प्रोजेक्ट से उन्नीस सौ लोग काम में लगे हुए हैं। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड, मुंबई, अहमदाबाद, हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर गुजरात में वापी के पास चैनल 167 पर पहला फुल हाइट वाला पियर बनाकर अपने निर्माण कार्य में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। महाराष्ट्र के दादर और नगर हवेली और गुजरात को जोड़ने वाले 12 स्टेशनों से होकर गुजरेगा। इस कॉरिडोर पर पियर की औसत ऊंचाई भारत से 15 मीटर और इस जालीदार पियर की ऊंचाई 13.05 मीटर जो करीब 4 मंजिला इमारत के बराबर पियर 183 घर में दर्द उठना।

और 18.82 मीटर कम्स इन की ढलाई की गई है इसके प्रमुख निर्माण कार्य कोरोना, महामारी और चल रहे मानसून के मौसम की वजह से नेमावर और अन्य रतन चुनौतियों की भारी कमी के बावजूद किया जा रहा है। आने वाले महीनों में पहले हाई स्पीड रेल कॉरिडोर का मार्ग प्रशस्त करने के लिए आईपीएस बनाने की योजना सूरत में बुलेट ट्रेन हाई स्पीड कॉरिडोर के 57 किलोमीटर सेक्शन पर एलाइनमेंट बनने लगा है। वलसाड से सूरत के बीच करीब साडे 300 हेवी मशीन है। काम में लगी हुई है इस मशीन सूरत जिले के अंदर काम कर रही है। सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है अब सिविल वर्क चल रहा है। एक अधिकारी ने बताया कि सूरत के अमरोली गांव के बीच 8 किलोमीटर के कॉरिडोर एलाइनमेंट को तैयार कर लिया गया है। साथ ही यहां पर 120 पायल वर्ष पूरे कर लिए गए हैं। अगले महीने से जमीन के ऊपर तिलक।

शुरू हो जाएंगे अतरौली गांव में बुलेट ट्रेन स्थाई कार्यालय बनाया गया है बुलेट ट्रेन का वापी से बड़ोदरा तक के 237 किलोमीटर रूट में आता है। इस पैकेज में शामिल किया गया है। इस रूट में वापी बिलिमोरा सूरत और भरूच में बुलेट ट्रेन के स्टेशन बनाए जाएंगे। सूरत में दीपक चौधरी क्रॉसिंग, क्रॉसिंग और रेलवे सुरंग बनाई जाएंगी और बड़ोदरा के बीच तारीख300 मीटर लंबी पहाड़ी सुरंग का निर्माण किया जाएगा। मुंबई बुलेट ट्रेन कॉरिडोर का रूट आकार लेने लगा तो वहीं दूसरी तरफ तीन नर्मदा समेत कई नदियों पर ब्रिज बनाने के लिए सिंह का काम भी शुरू कर दिया गया है जो इन टेस्टिंग सबसे पहले वापी के पास दमन गंगा नदी में शुरू की गई है। बुलेट ट्रेन के ब्रिज बनाने से पहले जहां स्वर।

स्मार्ट में सूरत में ताप्ती नदी वडोदरा में विश्वमित्री नदी भरूच में नर्मदा नदी चरणबद्ध तरीके से जयपुर योजना का 47 फ़ीसदी हिस्सा इसके लिए 19 अक्टूबर 2020 को टेक्निकल बिड खोली थी नवंबर को कॉन्ट्रैक्ट शुरू हुआ और 4 साल में काम पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया। अक्टूबर 2024 तक 237 किलोमीटर रूट तैयार करना है। गुजरात में अब तक 1396 है जमीन में से 1035 हेक्टेयर जमीन मिल चुकी है। आपको बता दें कि एनएचएसआरसीएल मुंबई और अहमदाबाद के बीच भारत का पहला हाई स्पीड रेल कॉरीडोर वाली कार्यकारी एजेंसी है

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