बात 2012 की है जब मै ऑनलाइन शॉपिंग पर भरोसा ना के बराबर करता था। एक दिन ओपेरा ब्राउज़र देखते हुए, मेरी नजर एक बेल्ट की एड पर पड़ी। पड़ताल किया तो एड स्नैपडील का था जो कैश ऑन डिलीवरी था, मैंने बेमन बेल्ट ऑर्डर कर दिया। 7 दिन बाद कॉल आई आपका आर्टिकल आया हुआ है, आप घर पर है या नहीं, मैंने उसको टाइम दिया और उसी टाइम डिलीवरी बॉय, डिलीवरी देने पहुंचा। मैंने डिलीवरी से पूर्व खोलकर दिखाने का आग्रह किया लेकिन डिलीवरी बॉय ने शर्तों का हवाला देकर मना करते हुए कहा आप पैसे देने के बाद ही खोल सकते हैं किन्तु वही आर्टिकल नहीं निकला तो आप 15 दिन में वापस करके कंपनी से पैसे वापस ले सकते हैं। मैंने उसकी बात मानकर पैसे देकर उसी के सामने पेकिंग खोली, और वही आर्टिकल पाकर अपार हर्ष हुआ।
अब आप सोच रहे हैं कि मै अनायास ही क्या बताएं जा रहा हूँ, तो आप यूँ समझ जाए मेरी तरह कई लोगों ने अपनी पहली ऑनलाइन शॉपिंग स्नैपडील से ही की। उत्पाद गुणवत्ता और होम डिलीवरी की वजह से कंपनी का मार्केट भी तीव्र गति बढ़ गया समय के साथ किन्तु एक घटना के बाद कंपनी का मार्केट बूरी तरह से धड़ाम हो गया।
मोदीजी और मोदीजी की नीतियों का विरोध करते हुए कंपनी के ब्रांड एंबेसडर आमिर खान ने एक ब्यान दिया की अब देश रहने लायक नहीं रहा और मै देश छोड़ने में फायदा देख रहा हूँ। आमिर के इस बयान को लोगों ने देश विरोधी ब्यान की तरह लिया और कंपनी से तत्काल ब्रांड एंबेसडर के रूप से आमिर को हटाने का आग्रह किया। कंपनी ने इस पर विशेष ध्यान नहीं दिया, कंपनी के तत्काल कदम नहीं उठाए जाने से नाराज ग्राहकों ने अपने मोबाइल से स्नैपडील App हटाने का कदम उठाया और एक दिन में ही 8 लाख लोगो ने App को अनइन्स्टाल कर दिया सप्ताह भर में यह आंकड़ा 25 लाख पार हो गया।[1]
इस ब्यान से पूर्व स्नैप डील की बाजार में मजबूत स्थिति इस बात से समझ सकते हैं कि दिवाली की सेल (दिवाली ऑफ़र) में कंपनी की सेल में रिकॉर्ड 250% नए यूजर हिस्सा बने और विक्रय ने भी नया कीर्तिमान स्थापित किया था।[2] वही कंपनी आमिर के बेतुके ब्यान के बाद लोगों की भावना को समझने (राष्ट्र सर्वोपरी, संविधान सर्वोपरी) में नाकामयाब होने से लोगों ने कंपनी से सामान खरीदने में आनाकानी शुरू करते हुए स्लो डिलीवरी, नकली माल और देश विरोधी कंपनी जैसे कई ताने बुन दिए। इसके बाद कंपनी का unbox जिन्दगी ऑफर भी असफल रहा क्योंकि एक तरफ तो आमिर खान के ब्यान और uninstal से जूझ रही थी वही पूर्व ग्राहकों द्वारा की गई कम रेटिंग नए ग्राहकों को भरोसा दिलाने में कामयाब नहीं हुई।[3] एकमात्र घटना कंपनी की लाख बुराई बाजार में ले आई और ग्राहक दूसरी कंपनी की तरफ रुख करने लगे।